कक्षा 10अध्याय 5 नागार्जुन-यह दन्तुरित मुस्कान/फसल का समाधान
कक्षा 10अध्याय 5 नागार्जुन-यह दन्तुरित मुस्कान/फसल का समाधान
कवि नागार्जुन – एक अनुभूत कवि
कवि नागार्जुन एक भारतीय कवि थे, जिन्होंने विभिन्न विषयों पर अपनी कविताएं लिखीं। वे एक अनुभूत कवि थे जो अपनी कविताओं में जीवन की अनुभूतियों को दर्शाते थे।
उपलब्धियां
कविता संग्रह
नागार्जुन ने अपने जीवन के दौरान विभिन्न कविता संग्रह लिखे। उनकी कविताएं भावनात्मक होतीं हैं और वे जीवन के महत्वपूर्ण विषयों पर अपने विचार व्यक्त करते हैं। नागार्जुन की कुछ प्रसिद्ध कविताएं हैं – ‘रचनाओं का संग्रह’, ‘मानवीयता’, ‘यथार्थ’, और ‘अभिव्यक्ति’।
साहित्यिक योगदान
नागार्जु ने हिंदी साहित्य में एक महत्वपूर्ण स्थान हासिल किया है। उनकी कविताएं विभिन्न विषयों पर लिखी गई हैं, जैसे – प्रेम, स्वतंत्रता, आध्यात्मिकता, आदि। वे अपनी कविताओं में अपने जीवन के अनुभवों को दर्शाते हैं।
जीवन
नागार्जुन 30 जून 1927 को वाराणसी में जन्मे थे। उनके पिता वेदांत प्राचार्य थे। नागार्जु ने अपनी शिक्षा वाराणसी में ही प्राप्त की थी। उन्होंने वाराणसी विश्वविद्यालय से उच्च शिक्षा ली थी।
नागार्जु की पहली कविता 1939 में प्रकाशित हुई थी। वे अपनी प्रसिद्ध कविता ‘अब कहाँ दूसरे के दुख से दुखी होने वाले’ के लिए जाने जाते हैं। नागार्जु की कविताएं भावनात्मक होती हैं और वे लोगों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन का समर्थन करती हैं।
नागार्जु की मृत्यु 5 नवंबर 1987 को हुई। वे अपनी कविताओं के माध्यम से लोगों के दिलों में जीवित हैं।




