कक्षा 10 अध्याय 2 तुलसीदास-राम लक्ष्मण परशुराम संवाद का समाधान

कक्षा 10 अध्याय 2 तुलसीदास-राम लक्ष्मण परशुराम संवाद का समाधान

आदर्शवादी हिंदी साहित्य के एक महान कवि तुलसीदास का नाम हमारे देश भारत के साथ ही पूरे विश्व में लिया जाता है। तुलसीदास का जन्म वाराणसी के निकट स्थित रामकट्ठा में सन् 1532 ई. के लगभग हुआ था। उनके जन्म के समय ही भारत अंग्रेजी कंपनी के अधीन हो गया था। इस अधिकार के कारण भारत की स्वतंत्रता को टाला जा रहा था।

तुलसीदास ने अपनी रचनाओं के माध्यम से समाज को जागरूक करने का काम किया। उनकी रचनाएं हिंदी भाषा की सुंदरता और सामाजिक संदेशों की गहराई से भरी हुई हैं। उन्होंने ‘रामचरितमानस’, ‘हनुमानचालीसा’, ‘विनयपत्रिका’ जैसी अनेक महान रचनाएं लिखी हैं।

तुलसीदास के रचनाकारी कौशल का परिणाम यह हुआ कि वे आम जनता के बीच भी बड़े सम्मान से जाने जाते थे। उनकी रचनाओं में धार्मिक भावों के साथ-साथ आधुनिकता भी थी। इन्हें आज भी देश-विदेश में गाया जाता है और लोग उनके द्वारा बताए गए धर्मिक तत्त्वों को अपनाते है|

अध्याय 2-राम लक्ष्मण परशुराम संवाद(तुलसीदास) किताब

कक्षा 10 हिंदी किताब

कक्षा 10 हिंदी अध्याय 3-आत्मकथ्य  जयशंकर प्रसाद का हल 

 

नीचे आपको कक्षा 10 हिंदी  के अध्याय 2 का सम्पूर्ण हल दिया गया है|

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