कक्षा 11भौतिक भूगोल के मूल सिद्धांत पाठ 8 – सौर विकिरण, ऊष्मा संतुलन एवं तापमान का समाधान

कक्षा 11भौतिक भूगोल के मूल सिद्धांत पाठ 8 – सौर विकिरण, ऊष्मा संतुलन एवं तापमान का समाधान

सौर विकिरण, ऊष्मा संतुलन, और तापमान भौतिक भूगोल के मूल सिद्धांतों में से एक महत्वपूर्ण विषय हैं। इस पाठ में हम सौर विकिरण के बारे में विस्तार से जानेंगे, ऊष्मा संतुलन की प्रक्रिया को समझेंगे, और तापमान के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करेंगे।

सौर विकिरण पृथ्वी को सूर्य से प्राप्त होने वाली ऊर्जा है। इसका महत्वपूर्ण भूमिका है जो पृथ्वी की ऊष्मा संतुलन प्रक्रिया को प्रभावित करती है। ऊष्मा संतुलन वह प्रक्रिया है जिसमें पृथ्वी पर आपसी ऊष्मा के बाधाकर तत्व जैसे वायुमंडल, जलमंडल, भूमि आदि द्वारा ऊष्मा संतुलन होता है।

तापमान वायुमंडल की उच्चायमानता, धरातल के बीच की दबाव विभिन्न जगहों पर विभिन्न होता है। हम इस पाठ में तापमान के मापन, तापमान के प्रभाव, ऊष्मा संतुलन के तत्व, ऊष्मा के प्रसार, भूमि के विभिन्न क्षेत्रों के तापमान पर विचार करेंगे।

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