कक्षा 10 अध्याय 3 जयशंकर प्रसाद-आत्मकथ्य का समाधान

कक्षा 10 अध्याय 3 जयशंकर प्रसाद-आत्मकथ्य का समाधान

जयशंकर प्रसाद भारतीय साहित्य के प्रसिद्ध कवि थे। उन्होंने हिंदी साहित्य के विभिन्न आयामों में अपना योगदान दिया था। वे कविता, नाटक, कहानी आदि के क्षेत्र में अपनी श्रेष्ठता से जाने जाते हैं। उनकी रचनाएं आधुनिक हिंदी साहित्य के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। उनके लेखन से हिंदी साहित्य में नई रचनाओं की भावना और नए विचारों की उत्पत्ति हुई।

जयशंकर प्रसाद का जन्म 30 जनवरी, 1889 को वाराणसी में हुआ था। उन्होंने वाराणसी विश्वविद्यालय से स्नातक और स्नातकोत्तर की उपाधियाँ हासिल की थीं। उन्होंने संयुक्त प्रांत की सचिव और उच्च शिक्षा विभाग के उपाध्यक्ष के रूप में भी काम किया था।

जयशंकर प्रसाद ने विभिन्न विषयों पर कुल 27 पुस्तकें लिखी थीं। उनमें से कुछ मुख्य रचनाएं हैं – ‘कमयाबी की ओर’, ‘सज्जनता के प्रति’, ‘आधुनिक भारत का इतिहास’, ‘चिंतन और चिंतन की शक्ति’, ‘आधुनिक संस्कृति का निर्माण’ आदि है|

अध्याय 3-आत्मकथ्य  जयशंकर प्रसाद किताब

कक्षा 10 हिंदी किताब

कक्षा 10 हिंदी अध्याय 4-उत्साह/अट नहीं रही है  जयशंकर प्रसाद का हल 

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