कक्षा 10 अध्याय 10 लीलाधार मंडलोई – तताँरा-वामीरों कथा का समाधान कक्षा 10 अध्याय 10 लीलाधार मंडलोई – तताँरा-वामीरों कथा का समाधान लीलाधार मंडलोई को समझाना काफी कठिन हो सकता है। वे एक लेखक, उपन्यासकार, कथाकार, संगीतकार, नाटककार और निर्देशक हैं। उन्होंने लगभग 20 से अधिक उपन्यास और कहानियां लिखी हैं। उनकी पहली किताब, “सर्वोच्च बिंदु”, 1981 में प्रकाशित हुई थी जो उन्हें उत्तर प्रदेश साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित करने के लिए काफी थी। लीलाधार मंडलोई का जन्म छिंदवाडा, मध्य प्रदेश (भारत) में हुआ था। उन्होंने भोपाल विश्वविद्यालय से अंग्रेजी और हिंदी में स्नातक पास किया था। उन्होंने उपन्यास लिखना अपने परिवार के साथ वक्त बिताने के एक साधन के रूप में शुरू किया।लीलाधार मंडलोई ने विभिन्न विषयों पर कई उपन्यास लिखे हैं, जिनमें से कुछ हैं: “आधी रात की मुसाफिरी”, “चंद्रपाल”, “शेषा”, “मानवी” और “जागरण”। उनकी कहानियों और उपन्यासों में जीवन की समस्याओं और दुखों के बारे में विस्तार से विचार किया गया है।