कक्षा 11-वितान अध्याय 1-भारतीय भ्रांतियों में बेजोड़ – लता मंगेशकर का समाधान
कक्षा 11-वितान अध्याय 1-भारतीय भ्रांतियों में बेजोड़ – लता मंगेशकर का समाधान
“भारतीय भ्रांतियों में बेजोड़” यह गाना लता मंगेशकर द्वारा गाया गया है। यह एक प्रसिद्ध गीत है जो भारतीय समाज के माध्यम से प्रमुख भ्रांतियों पर ध्यान केंद्रित करता है। इस गाने में लता मंगेशकर की सुरीली आवाज और गाने के शब्दों में गहरा संदेश है।
गीत के शब्द “भारतीय भ्रांतियों में बेजोड़, बेजोड़ बेजोड़ बेजोड़” द्वारा सुरु होते हैं और इसके आगे विभिन्न भ्रांतियों पर चर्चा की गई है। इस गाने में धार्मिक विभाजन, सामाजिक न्याय, जाति-धर्म के भेदभाव, बाल विवाह, महिला सशक्तिकरण और अन्य ऐसे मुद्दों पर विचार किया गया है।
“भारतीय भ्रांतियों में बेजोड़” एक सामाजिक गाना है जो हमें सोचने पर विवश करता है और हमें अपने समाज की कमियों और भ्रांतियों को सुधारने के लिए प्रेरित करता है। यह गीत एक जागरूकता बढ़ाने और सुधार की अपील के रूप में महत्वपूर्ण है। इसके बोल सामाजिक न्याय, विचारधारा की गहराई, और मानवीयता के महत्व को दर्शाते हैं।