कक्षा 12 हिंदी -अंतराल अध्याय 2 बिस्कोहर की माटी समाधान
कक्षा 12 हिंदी -अंतराल अध्याय 2 बिस्कोहर की माटी समाधान I “बिस्कोहर की माटी” कविता कक्षा 12 के हिंदी पाठ्यक्रम में आने वाली है और यह कविता भक्ति काव्य के प्रमुख कवि सूरदास के जीवन और काव्य को व्यक्त करती है।
इस कविता में, कवि सूरदास ने अपने भक्ति और साहित्य में समर्पित अपने जीवन की महत्वपूर्ण घटनाओं को बयां किया है। उन्होंने अपनी भक्ति की अनुष्ठानिकता को और अपने साहित्यिक साधना को बढ़ावा दिया है और इसे अपने जीवन की माटी, अर्थात् बिस्कोहर की माटी के समान माना है।
कविता में सूरदास की झोपड़ी के पास की माटी को उनके लेखन की प्रेरणा का स्रोत माना गया है और उनकी भक्ति और साहित्य के महत्व को प्रमोट किया गया है।