कक्षा 11भौतिक भूगोल के मूल सिद्धांत पाठ 5 – भू – आकृतिक प्रक्रियाएँ का समाधान
कक्षा 11भौतिक भूगोल के मूल सिद्धांत पाठ 5 – भू – आकृतिक प्रक्रियाएँ का समाधान
भू-आकृतिक प्रक्रियाएँ भौतिक भूगोल के मूल सिद्धांतों में से एक महत्वपूर्ण अध्याय हैं। यह प्रक्रियाएँ हमें पृथ्वी की सतह पर घटित होने वाली भू-आकृतियों के बारे में जानकारी प्रदान करती हैं।
भू-आकृतिक प्रक्रियाएँ धरती की सतह पर होने वाली प्रमुख घटनाओं को समझने में मदद करती हैं। इनमें शामिल हैं उत्थान, वृद्धि, तथा समुद्री विकास। उत्थान के माध्यम से धरती की सतह में परतों की उत्पत्ति होती है जैसे भूमि के उद्गम से पहाड़ और पहाड़ी में उत्पन्न होने वाले विभिन्न आकृतियाँ। वृद्धि के माध्यम से भूमि की विभिन्न प्रकृतियाँ और आकृतियाँ विकसित होती हैं, जैसे नदी के तटबंधों द्वारा उत्पन्न होने वाली मैदानी क्षेत्रे और नदी नालों के द्वारा उत्पन्न होने वाली खाद्य प्लेटों। समुद्री विकास के माध्यम से समुद्र के किनारे होने वाली भूमि पर विभिन्न जलवायु और संश्लेषित जीवन के लक्षण विकसित होते हैं।
भू-आकृतिक प्रक्रियाएँ भौतिक भूगोल के माध्यम से विभिन्न प्राकृतिक प्रक्रियाओं को समझने का एक महत्वपूर्ण तरीका हैं। इससे हमें पृथ्वी की सतह पर होने वाली असामान्य आकृतियों के बारे में ज्ञान प्राप्त होता है और हम उनके आवासीय प्रभावों को समझ सकते हैं।