कक्षा 11-रसायन विज्ञान अध्याय 3. तत्वों का वर्गीकरण एवं गुणधर्मों में आवर्तिता का समाधान
कक्षा 11-रसायन विज्ञान अध्याय 3. तत्वों का वर्गीकरण एवं गुणधर्मों में आवर्तिता का समाधान
वर्गीकरण और गुणधर्मों में आवर्तिता विज्ञान में महत्वपूर्ण विषय है। यह अध्याय हमें तत्वों की प्रमुख वर्गीकरण प्रणाली और उनके गुणधर्मों के बारे में जानकारी प्रदान करता है।
तत्वों की वर्गीकरण प्रणाली को मेंडलीय वर्गीकरण प्रणाली के आधार पर व्यवस्थित किया जाता है। इस प्रणाली के अनुसार, तत्वों को उनके परमाणु संख्या, परमाणु क्रमांक, और आवर्त सारणी में स्थान के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है।
आवर्त सारणी में, तत्वों को उनके परमाणु क्रमांक और इलेक्ट्रॉनों की संख्या के आधार पर व्यवस्थित किया जाता है। इस प्रणाली के अनुसार, प्रत्येक तत्व को एक अद्वितीय परमाणु क्रमांक दिया जाता है और यह संख्यात्मक संकेत होता है। तत्वों के इलेक्ट्रॉनों की संख्या के आधार पर उन्हें विभिन्न वर्गों में वर्गीकृत किया जाता है, जैसे कि आयामिक, धातुयुक्त, अधातुयुक्त, गैसीय आदि।
गुणधर्मों की दृष्टि से, आवर्त सारणी में सभी तत्वों के लिए विशेष गुणधर्म दिए जाते हैं। ये गुणधर्म समान धातुओं के लिए समान होते हैं, जो उन्हें एक वर्ग में समूहीकृत करता है। उदाहरण के लिए, अयस्क, तांबा, और सोना सभी धातुयुक्त तत्वों के उदाहरण हैं।
इस प्रकार, तत्वों का वर्गीकरण और उनके गुणधर्मों में आवर्तिता विज्ञान में महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह हमें तत्वों की संरचना, गुणधर्म, और उनके व्यवहार को समझने में मदद करता है।