कक्षा 9 कृतिका अध्याय 3-रीढ़ की हड्डी का समाधान
कक्षा 9 कृतिका अध्याय 3-रीढ़ की हड्डी का समाधान
जगदीश चंद्र माथुर एक उत्तर प्रदेशी लेखक थे जिन्होंने हिंदी साहित्य में अपना अमूल्य योगदान दिया। उनका जन्म 16 जुलाई 1970 को खुर्जा में मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था।
उन्होंने 1933 में क्रिश्चियन कॉलेज इलाहाबाद में प्रवेश लिया था। उनके पिता श्री लक्ष्मी नारायण माथुर भी एक लेखक थे।
जगदीश चंद्र माथुर की रचनाओं में ‘अधजल गगरी छलकत जाय’, ‘मैं जिन्दा हूँ’, ‘समाज शास्त्र के सिद्धांत’, ‘हिन्दी नाटक की विकास यात्रा’ जैसी अनेक महत्वपूर्ण रचनाएं हैं।उन्हें साहित्य अकादमी पुरस्कार और साहित्य अकादमी सम्मान से सम्मानित किया गया था। उनकी लेखनी में समाज के विभिन्न पहलुओं पर गहरी विचारधारा थी।