कक्षा 11-आरोह अध्याय 16-निर्मल पुतुल का समाधान
कक्षा 11-आरोह अध्याय 16-निर्मल पुतुल का समाधान
निर्मला पुतुल, जिनका मूल नाम निर्मला पुतुल था, 6 मार्च 1972 को झारखंड के दुमका जिले में जन्मी थीं। वह एक प्रमुख कवियित्री और लेखिका थीं, जिनकी रचनाएँ मुख्य रूप से हिंदी भाषा में थीं।
निर्मला पुतुल की रचनाएँ विभिन्न सामाजिक, राजनीतिक, आध्यात्मिक और मानवीय विषयों पर आधारित थीं। उनके काव्य में जीवन के उद्दीपनात्मक पहलुओं, समस्याओं के निराकरण के विचार और मानवीय संबंधों की गहराई प्रकट होती थी।
निर्मला पुतुल ने अपनी रचनाओं के माध्यम से जनमानस को प्रेरित किया और सामाजिक सुधार के पक्ष में उठने को प्रोत्साहित किया। उनकी कविताएँ आम जनता के दर्द, विरोध, प्रेम और आंतरिक सुख-दुख को छूने वाली थीं। उन्होंने अपने लेखों में महिला सशक्तिकरण, स्वतंत्रता और सामाजिक न्याय के मुद्दों पर विचार किया।