कक्षा 11-आरोह अध्याय 12-त्रिलोचन का समाधान

कक्षा 11-आरोह अध्याय 12-त्रिलोचन का समाधान

त्रिलोचन शायरी के प्रमुख नामों में से एक थे जिन्हें हिंदी साहित्य की महत्वपूर्ण व्यक्ति माना जाता है। उनका जन्म 20 अगस्त 1917 को उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले में हुआ था और उनकी मृत्यु 9 दिसंबर 2007 को हुई।

त्रिलोचन का कवितायें और शायरी का काम समाजवादी विचारधारा के साथ जुड़ा था। उनकी कविताओं में व्यक्तिगत और सामाजिक मुद्दों, प्रेम, जीवन की उथल-पुथल, और मानवीय अनुभवों को व्यक्त करने की एक अद्वितीय शैली थी।

त्रिलोचन के लेखन में देश और समाज के विषयों पर गहरा प्रभाव पड़ता था। उनकी कविताएं और शायरी जीवन की जटिलताओं, अस्थिरताओं, और मानवीय संघर्षों को दर्शाती थीं। उनकी काव्यरचनाएँ आज भी लोगों को प्रेरित करती हैं और उन्हें हिंदी साहित्य की महान व्यक्ति के रूप में याद किया जाता है।

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