कक्षा 11-अंतरा अध्याय 12-सुमित्रानंदन पंत का समाधान

कक्षा 11-अंतरा अध्याय 12-सुमित्रानंदन पंत का समाधान

सुमित्रानंदन पंत जी (जन्म: 20 मई, 1900, खागड़ी, उत्तर प्रदेश) भारतीय काव्यात्मक और साहित्यिक व्यक्ति थे। उनका निधन 28 दिसंबर, 1978 को हुआ।

सुमित्रानंदन पंत जी को “राष्ट्रकवि” के रूप में जाना जाता है। उनकी कविताएं प्रकृति, प्रेम, देशभक्ति, और मानवीय भावनाओं को सुंदरता के साथ व्यक्त करती हैं। उनकी रचनाएं साहित्यिक रूप से महत्वपूर्ण मानी जाती हैं और उन्हें हिंदी साहित्य के एक महान कवि के रूप में पहचाना जाता है।

सुमित्रानंदन पंत जी की प्रमुख रचनाएं “कलेवाली”, “गुलाबी रातें”, “विष्णुचंद्र” और “ग्राम्य सांस्कृतिक चेतना” शामिल हैं। उनकी कविताएं भारतीय साहित्य के आदर्श और संस्कृति के प्रतीक मानी जाती हैं।

सुमित्रानंदन पंत जी की रचनाओं का महत्वपूर्ण स्थान हिंदी साहित्य में है। उनके काव्य में समाजिक एवं राष्ट्रीय चेतना की प्रकाशित होती है और उनकी रचनाएं हमेशा हमारे दिलों में बसी रहेंगी। सुमित्रानंदन

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