कक्षा 11-अंतराअध्याय 16-धूमिल का समाधान
कक्षा 11-अंतराअध्याय 16-धूमिल का समाधान
धूमिल, जिन्हें मूल नाम सुदामा पांडेय धूमिल था, एक प्रमुख हिंदी कवि थे। उनका जन्म 9 नवंबर 1936 को उत्तर प्रदेश के वाराणसी में हुआ था। उन्होंने अपनी कविताओं के माध्यम से व्यापक रूप से अपनी भावनाएं और दर्शनों को प्रकट किया।
धूमिल की कविताएं साहित्यिक और सामाजिक मुद्दों को व्यक्तिगत अनुभवों के माध्यम से छूने का प्रयास करती हैं। उनकी कविताओं में गहरी भावनाओं, सामाजिक न्याय की मांग, और मानवीय उद्धार की आवाज उभरती है। धूमिल की रचनाएं आधुनिकता और जीवन के सत्य को प्रशंसा करती हैं।
10 फ़रवरी 1975 को उनका निधन लखनऊ, उत्तर प्रदेश में हुआ। उनकी अस्तित्व में ही हिंदी साहित्य को एक अपूर्णीय क्षति हुई, लेकिन उनकी कविताएं उनकी स्थानीय और सांस्कृतिक पहचान का अभिन्न अंग रहेंगी। धूमिल की रचनाओं के माध्यम से वे हमेशा हमारे दिलों में जीवित रहेंगे और हमें उनके एक महान कवि के रूप में याद किया जाएंगे।