कक्षा 10 अध्याय 2 साना–साना हाथ जोड़ि…का समाधान
कक्षा 10 अध्याय 2 साना–साना हाथ जोड़ि…का समाधान
मधु कांकरिया
मधु कांकरिया, जिनका जन्म 23 मार्च, 1957 को हुआ था, एक लेखक और कथाकार हैं। वे अपनी रचनाओं में अधिकतर समाज की समस्याओं पर बल देते हैं। उनकी रचनाएँ वास्तविकता के आधार पर हैं जो उनके समय की जीवन शैली और समाज के बीच संबंधों को प्रतिबिम्बित करती हैं।
सुंदर से सुंदर रचनाएँ
मधु कांकरिया के बहुत से लेखों में, “खुले गगन के लाल सितारे” और “सलाम आख़िरी” शामिल हैं। इन दोनों रचनाओं का विषय लेखक के जीवन से लिया गया है। “खुले गगन के लाल सितारे” उनकी पहली रचना थी और इसमें वे ज्यादातर बचपन की यादें और उनके घर के बारे में लिखते हैं। “सलाम आख़िरी” उनकी आख़िरी रचना थी, जिसमें वे अपने जीवन के आख़िरी दिनों के बारे में लिखते हैं। यह उनकी सबसे विस्तृत रचना थी जो उनके व्यक्तिगत अनुभवों के बारे में लिखी गई है।
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