कक्षा 10 अध्याय 3 मैं क्यों लिखता हूँ? का समाधान कक्षा 10 अध्याय 3 मैं क्यों लिखता हूँ? का समाधान अज्ञेय सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन लेखक अज्ञेय सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन ‘अज्ञेय’ का जन्म 7 मार्च 1911 को उत्तर प्रदेश में हुआ था। उन्हें प्राथमिक शिक्षा संस्कृत, फारसी, अंग्रेजी और बंगाली भाषाओं और साहित्य में हुई। वर्ष 1930 में उन्हें पहली बार गिरफ्तार किया गया था। उनकी प्रमुख कृतियों में कविता-संग्रह शामिल हैं: भग्नदूत (1933), चिंता (1942), इत्यलम् (1946), हरी घास पर क्षण भर (1949), बावरा अहेरी (1954), इन्द्रधनुष रौंदे हुए ये (1957), अरी ओ करुणा प्रभामय (1959), आँगन के पार द्वार (1961), कितनी नावों में कितनी बार (1967), क्योंकि मैं उसे जानता हूँ (1970), सागर मुद्रा (1970), पहले मैं सन्नाटा बुनता हूँ (1974), महावृक्ष के नीचे (1977), नदी की बाँक पर छाया (1981), प्रिज़न डेज़ एंड अदर पोयम्स (अंग्रेज़ी,1946) इत्यादि। उनकी उपन्यासों में से प्रमुख हैं – राग दरबारी (1949), सज्जनता की खोज (1950), गुमनाम बक्सी (1951), श्रद्धांजलि (1953), आत्मा के घर तक (1962), तुम्हीं स्वयं जलेंगे (1971), मैं घास के बीज हुआ करता था (1973), सिलसिले (1980), बैठक (1983), नामघोष (1989) आदि। अज्ञेय वर्तमान में भी हिंदी साहित्य के महान लेखकों में से एक माने जाते हैं। उनकी रचनाओं में शब्दों की खुशबू, अनुभूतियों का समाहार, सामाजिक व सांस्कृतिक परिवेश के विस्तृत वर्णन एवं अतुलनीय कल्पनाशीलता का सजीव अनुभव मिलता है।